बिजनौर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पिता स्वर्गीय आनंद सिंह बिष्ट के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले उत्तर प्रदेश से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी को उत्तराखंड के ऋषिकेश के बाद बिजनौर में गिरफ्तार किया गया। लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में बिजनौर की कोर्ट ने निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी और उनके सात साथियों को जमानत दे दी है। कल रात में बिजनौर के नजीबाबाद से गिरफ्तार अमनमणि और साथियों से इनसे 20-20 हजार के मुचलके भी भरवाए गए हैं। इन सभी को 30 दिन के अंदर 20-20 हजार के जमानती दाखिल करने होंगे।
कोर्ट से जमानत मिलने के बाद भी विधायक अमनमणि और उनके साथी घर नहीं जा पायंगे। सीओ नजीबाबाद प्रवीण कुमार के मुताबिक विधायक समेत सभी लोगों के कोरोना सैम्पल लिए जाने के साथी उन्हें नजीबाबाद के एक मंडप में क्वारंटाइन किया जाएगा।
कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने विधायक से कहा कि आप जिम्मेदार पद पर हैं, आपसे ऐसी उम्मीद नहीं की जा सकती। इस पर विधायक ने कहा कि बड़ी गलतफहमी के चलते मुझसे गलती हो गई। उनको क्वारंटाइन के विषय मे कोर्ट ने कहा कि यह काम पुलिस प्रशासन का है। वह देखे क्या करना है। इससे पहले मंगलवार शाम को उनको कोर्ट में पेश किया गया। इससे पहले कल रात को गिरफ्तार अमनमणि की रात हवालात में करवटें काटते बीती।
महराजगंज के नौतनवां से निर्दलीय विधायक अमनमणि को कल रात बिजनौर में लॉकडाउन का उल्लंघन करने के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उनके साथ सात समर्थकों को भी हवालात में रखा गया। मंगलवार को विधायक अमनमणि से पहले उनके साथ गिरफ्तार सात समर्थकों को कोर्ट में पेश किया गया। इसके आधा घंटा बाद अमनमणि त्रिपाठी को लेकर नजीबाबाद पुलिस कोर्ट पहुंची।
नजीबाबाद में सोमवार को कोरोना वायरस लॉकडाउन के उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार महाराजगंज के नौतनवा से विधायक अमनमणि त्रिपाठी और विवाद का लम्बा साथ रहा है। पत्नी सारा सिंह की हत्या की आरोप के मामले में सीबीआई जांच झेल रहे अमनमणि त्रिपाठी की रात सलाखों के पीछे हवालात में बीती। अमनमणि ने रातभर करवटें बदलकर रात बिताई।
गलतफहमी से हुई समस्या : अमनमणि
निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी समेत सात लोगों को नजीबााबाद पुलिस ने सोमवार शाम लॉक डाउन उल्लंघन के मामले में गिरफ्तार किया था। मंगलवार शाम उन्हें सुरक्षा में कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में जाने से पहले विधायक अमनमणि ने पत्रकारों से कहा कि उनके पास यूपी का पास नहीं था। मुख्यमंत्री जी के पिता की अस्थि विर्सजन में शामिल होने के लिए उन्होंने देहरादून से पास बनवाया था। प्रशासनिक अधिकारियों की गलतफहमी की वजह से यह समस्या आई है। उन्होंने कहा महाराज जी(मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ) हमारे गार्जियन हैं। वह एक जनप्रतिनिधि हैं। किसी आवश्यक कार्य के लिए कहीं जा सकते हैं। विधायक ने कहा कि वह प्रशासन की मदद करते हैं और उनके दो स्कूलों में एक हजार लोग क्वारंटाइन हैं। वह उनके खाने-पीने का इंतजाम कर रहे हैं। पूरे प्रकरण में कन्फ्यूजन रहा है।
विधायक ने गैस बनने पर मांगी दवाई
नजीबाबाद थाने की हवालात में रह रहे विधायक अमनमणि त्रिपाठी को रात में गैस बनने लगी। उन्होंने आवाज लगाई और दवाई मांगी। पुलिस ने दवा की व्यवस्था की। कोतवाल संजय शर्मा ने बताया कि विधायक सहित सभी लोगों को एक साथ सामान्य व्यवहार किया गया कोई अतिरिक्त सुविधा की व्यवस्था नहीं कराई गई है सभी को हवालात में ही रखा गया।
उत्तराखंड से लौटते बिजनौर के नजीबाबाद में आठ साथियों के साथ अमनमिण को गिरफ्तार कर लिया गया था। नजीबाबाद-कोटद्वार रोड पर समीपुर नहर पुल के पास पुलिस ने वीआईपी गाडिय़ों को चेकिंग के लिए रोक लिया। एक गाड़ी में अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र जनपद महाराजगंज की नौतनवा विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक अमनमणि त्रिपाठी सवार थे। अन्य तीन गाडिय़ों मे समर्थक थे। जब पुलिस ने उनसे पास मांगा तो वह दिखा न सके। पुलिस ने उन्हेंं समर्थकों के साथ लॉकडाउन उल्लघंन में गिरफ्तार कर लिया। विधायक ऋषिकेश में भी लॉकडाउन का उल्लंघन कर चुके थे। वहां भी उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया। पुलिस ने थाने से उन्हेंं जमानत नहीं दी है।
एसपी बिजनौर संजीव त्यागी ने बताया विधायक अमनमणि त्रिपाठी और उनके छह समर्थकों को लॉकडाउन उल्लंघन में गिरफ्तार किया गया है। मंगलवार सुबह उन्हेंं मजिस्ट्रेट के सामने पेश करने के बाद क्वारंटाइन किया जाएगा। आज उनको मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया।